Thursday, July 1, 2010

Abhiwadan


आप सभी सुधी पाठकों का सादर अभिवादन,
मैं लोक साहित्य गंगा ब्लॉग के माध्यम से कुछ विस्मृत लोक गीतों जैसे छंद, मुक्तक, दोहे , फाग आदि को जन सामान्य के सामने लाना चाहता हूँ ताकि नयी पीढ़ी इस दुर्लभ लोक साहित्य को जान सके और ये लोक साहित्य विलुप्त होने बच सके । इस कार्य में मैं आप सभी सुधी पाठकों के सहयोग एवं सुझावों का सादर स्वागत करता हूँ ।

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